Viral Pahad, देवप्रयाग (उत्तराखंड) — देवभूमि उत्तराखंड के देवप्रयाग के पास बसा बिदा कोटी गांव अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक मान्यताओं के कारण विशेष स्थान रखता है। यह स्थान, जो पुराने पैदल बद्रीनाथ मार्ग पर स्थित है, स्थानीय निवासियों के अनुसार, माँ सीता के धरती में समाने का स्थल माना जाता है।
गांव के बुजुर्गों और स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इसी स्थान पर माँ सीता ने धरती में समाने का निर्णय लिया था। हालांकि, इस मान्यता की अब तक कोई ऐतिहासिक या पुरातात्विक पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन वर्षों से इस स्थान को श्रद्धा और आस्था के साथ देखा जा रहा है। हर वर्ष आसपास के क्षेत्रों से श्रद्धालु यहां आते हैं और अपनी आस्था व्यक्त करते हैं।
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बिदा कोटी की यह कहानी लोगों में पीढ़ी दर पीढ़ी सुनाई जाती रही है, जो इसे एक खास सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का दर्जा देती है। इसी मान्यता के आधार पर यहां विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन भी किया जाता है, जो स्थानीय परंपराओं और रीति-रिवाजों को संजीवनी देने का कार्य करती है।
बिदा कोटी जैसे स्थान धार्मिक पर्यटन के लिए भी एक संभावित स्थल के रूप में उभर सकते हैं, अगर इसे व्यापक रूप से प्रचारित और संरक्षित किया जाए।
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