Uttarakhand News, हरिद्वार, 1 नवंबर 2024 — गंगा को ‘राष्ट्रीय नदी’ घोषित किए जाने की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में हरिद्वार के चंडी घाट पर 4 नवंबर को ‘गंगा उत्सव 2024’ का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) द्वारा आयोजित इस वार्षिक कार्यक्रम का उद्देश्य गंगा नदी के संरक्षण को बढ़ावा देना और उसकी सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक महत्ता को उजागर करना है।
यह गंगा उत्सव का आठवां संस्करण होगा
और पहली बार इसका आयोजन नदी के किनारे किया जा रहा है। इस वर्ष, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल के नेतृत्व में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, जल शक्ति राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी, जल शक्ति मंत्रालय की सचिव देवश्री मुखर्जी सहित कई गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रहेगी।
कार्यक्रम में ‘गंगा महिला राफ्टिंग अभियान’ का फ्लैग-ऑफ भी शामिल होगा, जो बीएसएफ के सहयोग से शुरू किया जाएगा। 50 दिन का यह अभियान गंगा के किनारे 9 प्रमुख शहरों से होता हुआ गंगा सागर तक पहुंचेगा।
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इस वर्ष गंगा उत्सव को ‘नदी उत्सव’ का रूप दिया गया है, जिसमें रिवर सिटी एलांयस के तहत देश के 145 नदी शहर शामिल होंगे। यह गठबंधन स्वच्छ और सतत प्रवाहित होने वाली नदियों की सुरक्षा के लिए समर्पित है।
उत्सव के दौरान ‘गंगा संवाद’, ‘घाट पर हाट’, नमामि गंगे पहल का प्रदर्शन, कठपुतली शो, चित्रकला प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक और विशेष सत्र जैसे कई सांस्कृतिक एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस आयोजन के जरिए गंगा की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को संरक्षित करने के साथ-साथ स्वच्छता के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
‘गंगा उत्सव 2024’ का उद्देश्य न केवल लोगों के नदी से जुड़ाव को मजबूत करना है बल्कि सामूहिक प्रयासों के माध्यम से गंगा नदी को प्रदूषण से मुक्त और स्वच्छ बनाना है।
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