उत्तराखंड, 1 नवंबर 2024 — उत्तराखंड के सनातन धर्म रक्षक संगठन के सदस्य अनिल प्रसाद भट्ट, आसाराम जोशी, दिनेश प्रसाद गैरोला, सुरेंद्र सिंह रावत, और महावीर सिंह रावत ने राज्य के सभी सनातन धर्म अनुयायियों और धर्माचार्यों से अपील की है कि वे गाय माता के महत्व को समझें और उनके संरक्षण के लिए कदम उठाएं।
संगठन का मानना है कि हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है, और यह प्रत्येक पूजा-पाठ में अहम भूमिका निभाती है। इसके दूध, गोबर, और गोमूत्र का उपयोग धार्मिक अनुष्ठानों में पवित्रता और औषधीय गुणों के कारण होता है। भट्ट ने कहा, “हमारी संस्कृति और सभ्यता में गाय केवल पशु नहीं, बल्कि माता का स्थान रखती है। हमारे धर्म में तीन माताओं का दर्जा प्राप्त है: जन्म देने वाली माता, भारत माता जो हमें अन्न, धन, और बल प्रदान करती है, और गाय माता जिसका दूध और गोमूत्र औषधीय गुणों से भरपूर माना गया है।”
सनातन धर्म रक्षक संगठन का कहना है कि आधुनिक समय में गायों का तिरस्कार हो रहा है, जो हमारी संस्कृति और धार्मिक परंपराओं के लिए एक गंभीर चुनौती है। संगठन ने अपील की है कि सभी हिंदू धर्मावलंबी गायों का संरक्षण करें और उन्हें आदर दें, ताकि हमारी परंपराएं और संस्कार सुरक्षित रहें।
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