राज्य की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि तीलू रौतेली पुरस्कार के लिए आवेदन भेजने की तिथि 12 जुलाई से बढ़ाकर 17 जुलाई कर दी गई है। गौरतलब है कि यह राज्य स्तरीय पुरस्कार महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में उनके अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए प्रदान किया जाता है। मंत्री ने पुरस्कार के लिए आवेदन की तिथि बढ़ाने के फैसले का कारण राज्य के कई जिलों से आवेदन नहीं मिलना बताया. उन्होंने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस परियोजना से मिलने वाले अवसर से कोई भी वंचित न रहे।”
क्यों दिया जाता है तीलू रौतेली पुरस्कार?
वीरबाला तीलू रौतेली के नाम पर उत्तराखंड सरकार द्वारा हर साल विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को यह पुरस्कार दिया जाता है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने वर्ष 2006 से उत्तराखंड की वीरांगना तीलू रौतेली की जयंती पर महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं और किशोरियों के लिए तीलू रौतेली पुरस्कार की शुरुआत की थी।
इसके तहत राज्य सरकार 31 हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र देती है. पिछले साल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुरस्कार राशि 31,000 रुपये से बढ़ाकर 51,000 रुपये करने की घोषणा की थी, लेकिन इस बार भी पुरस्कार राशि 31 हजार ही दी गई है.
हाल ही में महिला अधिकारिता एवं बाल विकास विभाग द्वारा आदेश में बदलाव करते हुए पुरस्कारों की अधिकतम संख्या निर्धारित की गई है। राज्य में अब हर साल अधिकतम 13 महिलाओं को तिलू रौतेली पुरस्कार मिलेगा। इसके लिए प्रत्येक जिले से एक महिला का चयन किया जाएगा। वहीं 35 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया जाएगा.