25 ट्रकेर्स के दल ने जिस प्राचीन चारधाम मार्ग के दुर्गम ट्रेक को पिछले साल ढूंढ निकाला था उसे अब राज्य सरकार जल्द ही जनता के लिए खोलने पर विचार कर रही है। उत्तराखंड सरकार ने इसके लिए एक वृत्तचित्र भी जारी किया जिसका विमोचन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया।
मुख्यमंत्री ने कल चारधाम यात्रा के पैदल मार्ग पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म व पुस्तक वॉकिंग टू द गॉड का विमोचन किया। और इस पुस्तक विमोचन के माध्यम से मार्ग का विवरण भी सार्वजनिक किया और कहा कि सरकार “इसे सभी के लिए खोलने” के लिए इच्छुक है।
उन्होंने आगे कहा कि “ट्रैक रूट राज्य के धार्मिक पर्यटन को एक नया आयाम देंगे।” “यह अभियान हमें सभी के लिए पारंपरिक ट्रेक मार्ग खोलने में एक लंबा रास्ता तय करने में मदद करेगा। हम चाहते थे कि पहाड़ियां समृद्ध हों और इस तरह की परियोजनाओं से क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा।
आठ महीने पहले एक अभियान के जरिए इस पौराणिक मार्ग को खोजा गया – जिसे कई लोग मानते हैं कि यह 3,000 साल पुराना और इस मार्ग का ऋषियों , मुनियों और पांडवों द्वारा उपयोग किया जाता था।
धामी ने 25 अक्टूबर, 2021 को इस अभियान को हरी झंडी दिखाई थी। अभियान दल, जिसमें ट्रेकिंग विशेषज्ञ, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के कर्मी और वन विभाग शामिल थे, ने ऋषिकेश से अपनी यात्रा शुरू की और 1,156 किमी की दूरी तय करते हुए सभी चार तीर्थों के लिए एक पुराना “पैदल मार्ग” का रास्ता ढूंढ निकाला था।
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