उत्तराखंड के प्रख्यात श्री केदारनाथ धाम के कपाट इस शीतकाल के लिए 03 नवंबर 2024 को बंद किए जाएंगे। यह परंपरा के अनुसार भाई दूज के दिन प्रातः 8:30 बजे कपाट बंद किए जाएंगे, जिससे भक्तगणों के लिए इस साल की यात्रा का समापन हो जाएगा।
केदारनाथ धाम के कपाट बंद करने का पूरा कार्यक्रम
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अनुसार, 03 नवंबर को सुबह 8:30 बजे भगवान केदारनाथ की चल-विग्रह डोली केदारनाथ मंदिर से रवाना होगी। डोली यात्रा के प्रथम चरण में, रामपुर में रात्रि विश्राम किया जाएगा। अगले दिन, 04 नवंबर को डोली रामपुर से प्रस्थान कर फाटा और नारायणकोटि होते हुए श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम होगा।
आखिरी दिन, 05 नवंबर को प्रातः 8:30 बजे डोली गुप्तकाशी से प्रस्थान करेगी और प्रातः 11:20 बजे शीतकालीन गद्दी स्थल, श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी। यहां परंपरागत रूप से भगवान केदारनाथ की डोली विराजमान होगी, और इस तरह से आगामी शीतकाल के लिए धाम की यात्रा समाप्त हो जाएगी।
यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण सूचना
श्री केदारनाथ धाम यात्रा में शामिल होने के इच्छुक श्रद्धालु 03 नवंबर से पहले दर्शन कर सकते हैं। कपाट बंद होने के बाद, भगवान केदारनाथ की पूजा शीतकालीन गद्दी स्थल, ऊखीमठ में की जाएगी।
कपाट बंद होने की धार्मिक महत्ता
हर वर्ष भाई दूज के पावन अवसर पर कपाट बंद होने की परंपरा निभाई जाती है, जिसे भक्तगण एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान के रूप में देखते हैं। कपाट बंद होने से पहले बड़ी संख्या में भक्त मंदिर में दर्शन करने आते हैं और यह एक अद्वितीय अनुभव होता है।
श्री केदारनाथ धाम के कपाट 03 नवंबर 2024 को बंद होने जा रहे हैं, ऐसे में भक्तों के पास इस पावन धाम के दर्शन का आखिरी अवसर है।
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