आज, 17 अक्टूबर को, चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ मंदिर के कपाट पूरे विधि विधान के साथ ब्रह्म मुहूर्त में शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। अब शीतकाल के दौरान भगवान रुद्रनाथ की पूजा-अर्चना गोपेश्वर स्थित प्रसिद्ध गोपीनाथ मंदिर में संपन्न होगी।
आज सुबह भगवान रुद्रनाथ का प्रातःकालीन अभिषेक और विशेष पूजा अनुष्ठान सम्पन्न होने के बाद, मंदिर के पुजारी वेदप्रकाश भट्ट ने पूरे विधि-विधान के साथ भगवान रुद्रनाथ के कपाट बंद किए। इसके पश्चात भगवान रुद्रनाथ की उत्सव डोली गोपेश्वर के गोपीनाथ मंदिर में पहुंची, जहां शीतकाल के दौरान भगवान की पूजा और सेवा संपन्न की जाएगी।
शीतकालीन समय में पहाड़ों पर मौसम की कठोरता के कारण रुद्रनाथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं, और भक्तजन भगवान रुद्रनाथ के दर्शन और पूजा के लिए गोपीनाथ मंदिर, गोपेश्वर में आते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान रुद्रनाथ की शीतकालीन पूजा गोपीनाथ मंदिर में संपन्न होने से भक्तों को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
यह वार्षिक प्रक्रिया भगवान रुद्रनाथ के प्रति भक्तों के अनन्य विश्वास और श्रद्धा का प्रतीक है। श्रद्धालु अब अगले वर्ष कपाट खुलने तक गोपीनाथ मंदिर में पूजा और आराधना कर सकेंगे।