इसे भोलेनाथ की कृपा ही समझें या कोई प्राकृतिक चमत्कार मगर सालभर बाद जब गुलाबराय में पूर्णरूप से सूख चुके पौराणिक प्राकृतिक जल स्त्रोत (धारे) से जब पानी निकला तो सबने इसे दैवीय चमत्कार के रूप में कहा।
जी हाँ खबर रूद्रप्रयाग मुख्यालय स्थित गुलाबराय की है जहाँ सोमवार को जब पूर्ण रूप से सूख चुके पौराणिक जल धारे से पानी फिर से बहने लगा तो स्थानीय लोग खुशी से झूम उठे। कुछ स्थानीय लोगों ने इसे चमत्कार मानते हुए मां गढ़ देवी की कृपा भी बताया।
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यह प्राकृतिक जलधारा बद्रीनाथ-केदारनाथ मुख्य राजमार्ग में स्थित गुलाबराय में है। बताया जाता है कि यह धारा तकरीबन सौ साल से इस क्षेत्र के लोगों की प्यास बुझा रहा था । सालभर पहले रेलवे निर्माण कार्य में अंडरग्राउंड टनल के निर्माण के चलते इस पारम्परिक जल स्रोत का पानी पूरी तरह सूख गया था जिससे स्थानीय लोगों में निराशा थी और लोग दुखी थे।